अल्मोड़ा। राष्ट्रीय एक स्वास्थ्य कार्यक्रम (एनओएचपी-पीसीजेड) के अंतर्गत मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा में प्रहरी निगरानी स्थलों का विश्व बैंक के सलाहकार डॉ. संजीव सैनी ने पर्यवेक्षी दौरा कर मूल्यांकन किया। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम के क्रियान्वयन की वित्तीय और भौतिक प्रगति की भी समीक्षा की। दौरे के अवसर पर जनपद में कार्यरत टीम के लिए एक उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जूनोटिक रोगों यानी जानवरों से मनुष्यों में फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम, नियंत्रण और सामुदायिक निगरानी पर विशेष चर्चा हुई। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. विक्रांत नेगी ने ऐसे रोगों की जानकारी देते हुए स्थानीय स्तर पर जागरूकता और निगरानी की आवश्यकता पर बल दिया। डॉ. सैनी ने मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा द्वारा कम समय में प्राप्त उत्साहजनक परिणामों की सराहना की और कार्यक्रम को और प्रभावी बनाने के लिए जन भागीदारी बढ़ाने तथा सूचना तंत्र को सुदृढ़ करने का सुझाव दिया। कार्यक्रम का संचालन हेम बहुगुणा ने किया। कार्यक्रम में जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. प्रांशु डेनियल, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अशोक कुमार, बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अमित कुमार सिंह, रक्त केंद्र प्रभारी डॉ. आशीष जैन, डॉ. अंशुल ममगाई, जिला क्षय नियंत्रण केंद्र से ललित जोशी, सूक्ष्मजीव विभाग के तकनीशियन नीरज पाठक, वन हेल्थ कार्यक्रम से जुड़ी कविता शाही और प्रिया जोशी सहित अन्य अधिकारी व कार्मिक उपस्थित रहे। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अशोक कुमार ने जानकारी दी कि अब मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में वन हेल्थ कार्यक्रम के अंतर्गत जानवरों से फैलने वाली बीमारियों की जांच नि:शुल्क उपलब्ध है, जिससे आमजन को सीधा लाभ मिल रहा है। पर्यवेक्षण के उपरांत डॉ. सैनी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हवालबाग और मेडिकल कॉलेज के रक्त केंद्र का स्थलीय निरीक्षण भी किया तथा परियोजना के बेहतर क्रियान्वयन हेतु संबंधित कर्मियों से संवाद स्थापित किया।